जांजगीर चांपा जिले की बकाया राशि को देख उच्च अधिकारियों के उसे होश? उच्च अधिकारियों ने आवश्यक मीटिंग लेकर आधिकारियों और उपभोक्ताओं के साथ सांठ गांठ की जाहिर की मंशा? क्या होगी कार्रवाई? जिले के अधिकारी अभी भी मीटिंग में व्यस्त?
वासु सोनी चांपा। बिजली विभाग कहने को तो बहुत ही व्यस्त विभाग है, जहां कौन अधिकारी कब, कहां, कैसे और क्या काम कर रहा है उसकी जानकारी तक नहीं है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण मर्यादित चांपा कार्यालय में आवश्यकता से अधिक पेंडेंसी और बकाया राशि को लेकर छत्तीसगढ़ बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों के कान खड़े हो गए। विश्वस्त सूत्रों के अनुसार उच्च अधिकारियों के द्वारा अनिवार्य मीटिंग लेकर उपभोक्ताओं के साथ अधिकारियों की सांठ गांठ की मंशा भी उच्च अधिकारियों ने जाहिर कर डाली। अब सोचने वाली बात यह है कि क्या सचमुच बिजली विभाग जांजगीर चांपा में उपभोक्ताओं की बकाया राशि आवश्यकता से अधिक है? या अधिकारियों ने आपसी सांठ गांठ कर ऐसी परिस्थिति पैदा कर दी है। हालांकि उच्च अधिकारियों के मीटिंग के बाद आनन फानन में संसाधन लेकर शायद तक बिजली विभाग के कर्मठ कर्मचारी मेहनत कर कनेक्शन काटने निकले होंगे? वहीं जब इस बारे में जांजगीर चांपा जिले के ए सी अमर चौधरी से मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क करने पर उन्होंने बहुत ही अनिवार्य मीटिंग का हवाला देकर बाद में बात करने की बात कही। अब सोचने वाली बात यह सामने आ रही है कि बिजली विभाग के जांजगीर चांपा कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी सिर्फ अपनी जेब भरने का काम कर रहे है? क्या उच्च अधिकारी उनके संपत्तियों की जांच कर पाएंगे? क्या उच्च अधिकारी जांजगीर चांपा बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी की जांच कर आम जनता को सन्तुष्ट कर पाएंगे? या बिजली विभाग के तानाशाही अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा बेगुनाह उपभोक्ताओं को प्रताड़ित किया जाएगा?
बहरहाल उच्च अधिकारियों की मीटिंग के बाद जिले के सभी अधिकारियों के कान खड़े हो गए हैं, अब उन्हें सिर्फ उपभोक्ताओं की लाइन काटने की कार्रवाई करते देखा जा सकेगा?

