तीर कमान (वासु सोनी)। अब ये क्या सुन लिया। नगर के लौह पथ गामिनी विराम केन्द्र में छपने छापने वाले से अधिकारियों को दिक्कत शुरू हो गई है? सुनने में आया है स्टेशन के अंदर वालों से काफी पूछताछ हो रही है। कईयों पर शक की सुई भी टिका दी गई है कि उनके द्वारा ही छपने छापने वाले को ज्ञान दिया जा रहा है। अब इन्हें कौन बताए कि गंगाधर ही शक्तिमान है! अब छपने छापने वाला रोज लौह पथ गामिनी के इंजन की आवाज सुनने जाएगा तो कुछ ना कुछ तो देखेगा ही? अपने आप को पाक साफ मानने वाले अधिकारियों को क्या पता कि कुछ गड़बड़ हुई तो कोई ना कोई तो जरूर देखेगा। अब सभी जानते भी है कि दया कुछ तो गड़बड़ है वाली फिलिंग छपने छापने वाले के पास पहुंच ही जाता है। छपने छापने वाले ने तो सोच रखा है कि लोहा गर्म दिखा कि एक हथौड़ा…और दे दना दन…चलिए लौह पथ गामिनी के इंजन की आवाज सुनने का समय हो गया…