वासु सोनी चांपा। सुशासन तिहार के अंतिम चरण के लिए 05 मई से समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जिसके चलते 13 मई को नगर के दो स्थान इनडोर हाल और आत्मानंद स्कूल में शिविर का आयोजन किया गया। जहां सुबह से ही सभी विभाग के अधिकारी कर्मचारी पहुंच गए लेकिन तीसरे चरण को लेकर जनता से यही रुझान दिखा कि जनता के लिए लगाई गई कुर्सियां सुबह से शाम तक खाली रही।
विभाग के अधिकारी कर्मचारी सिर्फ एक दूसरे का मुंह ताकते दिन बिता रहे थे। शिविर स्थल सिर्फ अधिकारी कर्मचारी से ही भरा दिख रहा था। कुछ लोगों ने दबी जुबान से ये तक कह डाला कि सही तरीके से मुनादी और प्रचार प्रसार नहीं कराया गया है जिसके कारण ये स्थिति निर्मित हुई है। इनडोर हाल में उपस्थित नगर पालिका के इंजीनियर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सूचना और प्रचार प्रसार किया गया है धीरे धीरे जनता आ जा रही है लेकिन तब तक दोपहर के 1 बज चुके थे, भीषण गर्मी में आने जाने के लिए कोई साधन भी नहीं था जिसमें लोग शिविर स्थल गर्मी से बचकर पहुंच सके।
वहीं दूसरी ओर आत्मानंद स्कूल में भी यही स्थिति नजर आयी। खुले मैदान में भीषण गर्मी में टेंट के नीचे अधिकारी कर्मचारी जनता का इंतजार कर रहे थे लेकिन वहां भी कुछेक लोग पहुंचे। तीन बजे के लगभग जिले की सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े आत्मानंद स्कूल परिसर में पहुंची जहां खाली कुर्सियां उनका इंतजार कर रही थी। आवेदन की स्थिति का जायजा लेते समय कम लोगों की उपस्थिति को देखकर सांसद ने नाराजगी भी जाहिर की।
बहरहाल सुशासन तिहार की ऐसी स्थिति से यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि अधिकारियों की अनदेखी के चलते शासन की योजनाओं का बंटाधार किस प्रकार किया जा रहा है।