
चांपा। नगर पालिका परिषद चांपा में सूचना के अधिकार का जवाब बमुश्किल दिया जा रहा, जिससे एक कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही, एक करेला तो दूसरा नीम चढ़ा। जी हां नित नए कारनामों के साथ नगर पालिक परिषद चांपा एक नई विकाश गढ़ने जा रहा है। जहां नगर विकास का सपना दिखाकर लोगों का मनोबल गिराया जा रहा है। एक ओर कर्मचारी सीधे तौर पर सूचना के अधिकार आवेदन का जवाब समय पर मिल नहीं पा रहा तो वहीं दूसरी ओर सूचना के अधिकार का आवेदन लगाकर दस्तावेज लेने की बात कही जाती है। सही जानकारी उपलब्ध कराने नगर पालिका के कर्मचारियों के पसीने छूट रहे है। कई बार तो यह भी सुना गया है कि निविदा के पहले ही नगर पालिका परिषद चांपा के काम हो जाते है। जिसका उदाहरण वर्तमान अध्यक्ष के कमरे का रेनोवेशन का है। ऐसे अनेक मामले नगर पालिका परिषद चांपा में हो रहे है। जिसके पीछे कमीशन का बहुत बड़ा खेल माना जा रहा है। किस ठेकेदार को कौन सा काम कैसे मिलन चाहिए या कैसे उस काम को पहले पूरा करा लेना चाहिए यह खेल बदस्तूर जारी है। वही नगर पालिका परिषद चांपा के अधिकारी और कर्मचारियों का मनमानी रवैया आसानी से देखा जा सकता है। एक ही कार्यालय में कई वर्षों से जमे रहने और स्थानीय निवासी होने का फायदा कुछ इसी तरह उठाया जाता है।

