वासु सोनी चांपा। नगर में बीते कुछ दिनों से आनंद मेला नामक बाजार परशुराम चौक के पास निजी जमीन पर लगाया गया है, जिसमें उपयोगी सामान सहित झुला भी लगा है। जहां नगर सहित आसपास गांव की महिलाएं, बच्चे और बूढ़े आनन्द मेला में घूमने आ रहे है। बच्चे के साथ बड़े भी झुला का आनंद ले रहे है लेकिन वे यह नहीं जानते कि वो झुला कभी भी उनकी मौत का कारण बन सकता है। संचालक जैन अपनी कमाई करने के चक्कर में टूटे हुए झूले की मरम्मत कर झूला झुला रहा है। जब इस बारे में संचालक जैन से पूछा गया तो उसने पहले पूछा तुम्हारे पास वीडियो फोटो है क्या? क्या जब वीडियो फोटो बनेगा तभी संचालक इस बात को मानने तैयार होगा कि झूला टूटा है। फिलहाल बिहान खबर के पास टूटे हुए झूले और उसकी की जा रही मरम्मत की पूरी चीजें उपलब्ध है। टूटे हुए झूले की मरम्मत कर संचालक आम जनता को मौत के मुंह में झोंकना चाह रहा है। वही नगर सहित जिले के अधिकारी द्वारा बिना जांच किए अनुमति देना कहां तक सही है। जिससे यह प्रतीत हो रहा कि अधिकारियों की मिलीभगत जनहानि का मुख्य कारण बन सकता है। अब देखना यह है कि अधिकारी कार्रवाई करते है या अपनी जेब गर्म?
क्या स्थानीय प्रशासन के पास आनंद मेला लगाने आए लोगों की है जानकारी?
आनंद मेला लगाने के पहले स्थानीय प्रशासन से कई अनुमति ली जाती है। जिसमें आनंद मेला लगाने आए लोगों का पूरा ब्यौरा स्थानीय प्रशासन सहित पुलिस विभाग को देनी रहती है बावजूद आनंद मेला के किसी भी व्यक्ति की जानकारी ना ही प्रशासन के पास है और ना ही पुलिस के पास? जिसके कारण वे कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकते है। वही मेला संचालक जैन द्वारा मेला की आड़ में कमाई के साथ लोगों की जान के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है।
बहरहाल इस विषय को लेकर नगर पालिका परिषद चांपा के सीएमओ को मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। जिससे लोगों की जान के साथ खिलवाड़ का यह अंदेशा सत्य प्रतीत नजर आ रहा है।


